इंडिया हैज स्टार्टेड टू बाय एक्सपीरियंस नाउ इंडिया में टियर टू टियर थ में फूड बिजनेस का स्कोप बहुत ज्यादा बढ़ रहा है देयर इज नो बेटर टाइम टू स्टार्ट देन टुडे स्टारबक्स वाराणसी में देखो आप आउटलेट्स में भगदड़ मची हुई है यही आज से 4 साल पहले हम लोग कहते थे टियर टू टियर थ्री में लोगों के पास इतना पैसा नहीं है टियर वन में ही हम लोग नहीं देना चाह रहे थे ₹.
कॉफी के स्टारबक्स की पोजिशनिंग को भी समझो आप इट इज नॉट सेलिंग कॉफीस ये थर्ड प्लेस बनाता है आपके लिए आफ्टर योर ऑफिस एंड होम बस ये याद रखना स्टारबक्स इज इक्व टू थर्ड प्लेस इतनी ही पोजिशनिंग है इसकी 12 साल से है स्टारबक्स इंडिया में लेकिन अब फाइनली जाके इनकी पोजिशनिंग को इंडियन कंज्यूमर बाय कर रहा है मुझे लगता है 20 साल पहले बर्गर वेव था 15 साल पहले.
पिज़्ज़ा का वेव आया कॉफी का वेव असल में अब इंडिया में आ रहा है पहला है बिहेवियर चेंज ईट हेल्दी ईट गुड और दूसरा है भैया एक्सेप्टेंस दैट एक्सपीरियंस हैज अ कॉस्ट अब बाहर तो जाना ही है हमें तो कॉफी मे एंड शुड बिकम मोर लॉजिकल बाय इंस्टेड ऑफ अ पिज़्ज़ा एंड बर्गर पीपल वांट टू एक्सपीरियंस डिफरेंट कजंस एशियन थाय कोरियन लेबनीज पर्सी फूड ये सब टियर वन.
सिटी में चल रहा है टियर टू टियर थ में ये रॉकेट की तरह भागेगा भाई सही फंडामेंटल के साथ में शुरू करो रॉकेट ग्रोथ पॉसिबिलिटी है भाई