क्या कभी तुमने सोचा है कि तुम लोगों को घर में सर्विस देकर 16,000 करोड़ की कंपनी बना सकते हो? मैं बोलूं तो कर सकते हो क्योंकि अर्बन कंपनी ने किया है। अर्बन कंपनी ने ऐसे मार्केट में बिल्ड किया है जो कि इतना अनऑर्गेनाइज्ड था कि कस्टमर्स को सर्विस प्रोफेशनल्स नहीं मिलते थे और अगर कोई प्रोफेशनल मिल भी जाते थे तो इतने ट्रेंड नहीं होते थे कि अच्छे से काम कर.
सके। और दूसरी तरफ सर्विस प्रोफेशनल्स मेहनत करके काम करते थे और उनका मेजॉरिटी ऑफ इनकम मिडिल वन ले जाते थे। इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए 2014 में अर्बन कंपनी स्टार्ट हुई थी और अर्बन कंपनी के साथ-साथ 60 स्टार्टअप्स और स्टार्ट हुए थे। लेकिन आज आप इनके नाम भी नहीं जानते होंगे। तो सवाल यह है कि अर्बन कंपनी ने क्या स्ट्रेटजी यूज किया है? जिसकी वजह से.
आज अर्बन कंपनी 16,000 करोड़ की कंपनी बन गई है। एक ऐसे मार्केट में जहां बाकी स्टार्टअप्स बंद हो रहे थे। अर्बन कंपनी ने ऐसा क्या किया कि आज अर्बन कंपनी एशिया की लार्जेस्ट होम सर्विस मार्केट प्लेस बन गई है? तो आज के इस वीडियो में अर्बन कंपनी के बिजनेस का ब्रेकडाउन करते हैं। अभी राज और वरुण ने देखा कि अगर लोगों को अपने घर में काम करवाना है जैसे.
कि प्लंबिंग का काम या फिर इलेक्ट्रिशियन का काम तो लोगों को बहुत दिक्कत हो रही है क्योंकि सर्विस प्रोफेशनल्स ही नहीं मिल रहे हैं। और दूसरी तरफ अगर आप किसी शहर में नए गए हो तो वहां आपको कोई जानता नहीं है और इस वजह से सर्विस प्रोफेशंस मिलते नहीं है जब आपको इनकी जरूरत हो। लेकिन दूसरी तरफ सर्विस प्रोफेशंस खाली बैठे रहते हैं क्योंकि उनके पास काम ही नहीं.
रहता। तो अभीराज और वरुण ने इस अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर के लिए ही 2014 में अर्बन क्लैप स्टार्ट किया था। अर्बन क्लैप नाम इसीलिए रखा था क्योंकि राजा महाराजा के टाइम जब भी राजाओं को कुछ चाहिए होता था तो वह एक क्लैप करते थे और उनके सामने वो सामान आ जाता था और अर्बन क्लैप में अर्बन इसीलिए था क्योंकि यह कंपनी अर्बन यूज़र्स के लिए स्टार्ट हुई थी लेकिन बाद.
में जब अर्बन क्लैब इंटरनेशनल एक्सपेंशन कर रही थी तो अर्बन क्लैब अर्बन कंपनी बन गई थी। स्टार्टिंग में तो अर्बन क्लैब सिर्फ एक टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म था और इस टेक को बिल्ड किया था राघव ने जो कि अर्बन क्लैब के थर्ड कोफाउंडर है। अर्बन क्लैब ने ऐसा प्लेटफार्म बनाया था जो कि सर्विस प्रोफेशनल को कस्टमर से कनेक्ट करता था लेकिन अब सारे प्रॉब्लम को टेक से तो.
सॉल्व नहीं कर सकते ना। इस वजह से ही अर्बन क्लैंप कस्टमर एक्सपीरियंस नहीं दे पा रही थी क्योंकि कोई भी सर्विस प्रोवाइडर्स प्लेटफार्म पर रजिस्टर करके सर्विस देना स्टार्ट कर सकता था और कोई स्टैंडर्ड मेंटेन नहीं था और इस वजह से कस्टमर्स की प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो रही थी तो अर्बन क्लैब ने अपने बिजनेस मॉडल को चेंज करके एक फुल स्टक अप्रोच इंप्लीमेंट.
किया। फुल स्टक अप्रोच में तीन वर्टिकल्स थे। प्रोडक्ट, सर्विस और टेक। क्वालिटी कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले अर्बन क्लैब ने सप्लाई चेन को बिल्ड किया और अर्बन क्लैब सर्विज में अपने खुद के ही प्रोडक्ट यूज करने लगी। खुद के प्रोडक्ट होने की वजह से एक कंसिस्टेंट क्वालिटी मेंटेन हो गई। होता क्या था? मान लो अगर आपके पास LG का एसी है और आपके एसी में.
कुछ प्रॉब्लम आ जाता है तो LG के टेक्नशियन आके आपको सिर्फ एक प्रोडक्ट बेचकर चले जाएंगे। लेकिन वो प्रॉब्लम को सॉल्व नहीं करेंगे। इससे कुछ दिन तो एसी बढ़िया चलेगा। लेकिन कुछ दिन बाद एसी में फिर से प्रॉब्लम होने लगेगी। तो अर्बन कंपनी ने इस प्रॉब्लम को ही सॉल्व किया। अर्बन कंपनी अपने प्रोडक्ट्स देने लगा टू मेंटेन क्वालिटी। लेकिन सिर्फ प्रोडक्ट से.
तो प्रॉब्लम नहीं सॉल्व हो सकती है अगर सर्विस प्रोफेशनल ट्रेंड ही ना हो। तो अर्बन कंपनी ने अपने पार्टनर्स को ट्रेनिंग देना स्टार्ट किया। जैसे ही कोई सर्विस पार्टनर प्लेटफार्म पर रजिस्टर करता है, अर्बन कंपनी पार्टनर्स के स्किल के अकॉर्डिंग उन्हें ट्रेनिंग देना स्टार्ट करती है। क्योंकि पार्टनर अगर ट्रेंड हो गए तभी वो एक अच्छा कस्टमर.
एक्सपीरियंस दे सकते हैं। यह हो गया सेकंड वर्टिकल और थर्ड है ट्रस्ट। तो देखो अर्बन कंपनी को पता था पीपल डोंट ट्रस्ट LG सर्विस पार्टनर्स। तो अर्बन कंपनी ने एक अलग अप्रोच इंप्लीमेंट किया। अर्बन कंपनी के पार्टनर्स घर आकर एसी को चेक करके एसी की फोटो ऐप पर अपलोड करते हैं और एसी का फुल इंस्पेक्शन करके अर्बन कंपनी को इंस्पेक्शन रिपोर्ट भेजते हैं और अगर.
कस्टमर्स अप्रूव करते हैं तो अर्बन कंपनी अपने प्रोडक्ट्स भेजती है और सर्विस प्रोफेशनल काम करना स्टार्ट करते हैं। इस अप्रोच को इंप्लीमेंट करके अर्बन कंपनी ने कस्टमर्स के लिए एक ट्रांसपेरेंसी क्रिएट कर दिया है और अर्बन कंपनी अपने प्रोडक्ट्स दे रही है तो क्वालिटी कंट्रोल भी कर सकती है। इस वजह से अर्बन कंपनी अपने सर्विस पर एक वारंटी भी देती है.
जिससे कस्टमर्स का ट्रस्ट और बढ़ जाता है। इस वजह से ही अर्बन कंपनी का रिटेंशन रेट 70 टू 80% का है। मतलब इतने कस्टमर्स दोबारा अर्बन कंपनी से सर्विस बुक कर रहे हैं। और अगर आप एसी सर्विस का रेटिंग देखोगे तो 4.78 है। 10.2 मिलियन बुकिंग्स में यह शो कर रहा है अर्बन कंपनी सर्विस क्वालिटी को। मैं चलो यह एसी लेस कूलिंग वाली सर्विस बुक करता हूं। यह ऐड कर लिया.
मैंने। अब यहां पर देखोगे तो सेलेक्ट स्लॉट का ऑप्शन आ रहा है। मैं क्लिक करता हूं तो मुझे ये अलग-अलग स्लॉट टाइमिंग्स दिखा रहा है। यहां से मैं अपने अकॉर्डिंग टाइम चूज़ कर सकता हूं। लेकिन इंडिया में तो टोटल 48,000 सर्विस प्रोफेशनल्स ही है जो कि अलग-अलग सर्विस देते हैं अपने स्किल्स के अकॉर्डिंग। क्योंकि हेयर कट करने वाला प्रोफेशनल एसी तो ठीक नहीं.
करेगा ना। तो अर्बन कंपनी सप्लाई डिमांड कैसे मैनेज कर रही है कि जैसे ही अगर हम कोई सर्विस बुक करते हैं तो सर्विस प्रोफेशनल हमारे पास टाइम से आ जाता है। तो अर्बन कंपनी सप्लाई डिमांड को मैच करने के लिए मैचिंग एल्गोरििदम का यूज करती है। अब देखो अगर कोई स्विगी का डिलीवरी राइडर है तो उसका काम क्या है? एक जगह से फूड पिक करके कस्टमर को डिलीवर करना। इसके लिए.
डिलीवरी पार्टनर को ड्राइविंग आनी चाहिए और थोड़ा बहुत बात करना आना चाहिए। इसमें कोई हार्ड स्किल रिक्वायर्ड नहीं है। लेकिन दूसरी तरफ अगर एसी का सर्विस करना हो तो कोई ट्रेंड प्रोफेशनल चाहिए होगा जिसको एसी के बारे में पता हो। अब एसी में भी अलग-अलग डिफिकल्टी के काम होते हैं। जैसे कि एसी क्लीनिंग और गैस रिफिलिंग। एसी क्लीनिंग तो कोई भी बिगिनर लेवल का.
एसी प्रोफेशनल कर सकता है। लेकिन अगर एसी के पावर का कुछ इशू है तो इसके लिए एक्सपर्ट पार्टनर को ही आना पड़ेगा। तो इसके लिए अर्बन कंपनी मैचिंग एल्गोरििदम का यूज करती है। इसको एग्जांपल से समझते हैं। मान लेते हैं दो प्रोफेशनल है अजय और राहुल। अजय एक एक्सपीरियंस प्रोफेशनल है और राहुल ने अभी-अभी अर्बन कंपनी जॉइ किया है और राहुल एक बिगिनर है। अब एक.
रिक्वेस्ट आती है 9:00 बजे साउथ दिल्ली से एसी क्लीनिंग की। तो मैचिंग एल्गोरििदम इस लोकेशन पर राहुल को भेज देगा क्योंकि एसी क्लीनिंग में ज्यादा स्किल्स का रिक्वायरमेंट नहीं है और बिगिनर लेवल प्रोफेशनल भी एसी क्लीनिंग कर सकते हैं। अब मान लेते हैं एक और बुकिंग आई एसी में पावर इशू का नॉर्थ दिल्ली से। तो मैचिंग एल्गोरििदम यहां एक एक्सपर्ट पार्टनर यानी.
अजय को मैच कर देगा और अजय चला जाएगा सर्विस देने। लेकिन इंटरेस्टिंग पार्ट तो अब स्टार्ट होता है मैचिंग एल्गोरििदम का। राहुल को एसी क्लीन करने में मान लो 45 मिनट्स लगते हैं। तो एल्गोरिदम अब राहुल को नेक्स्ट सर्विस देने से पहले यह चेक करेगा कि साउंड दिल्ली में कोई एसी क्लीनिंग का बुकिंग है या नहीं। और अगर बुकिंग होगा तो एल्गोरििदम राहुल को इस.
बुकिंग से ही मैच कर देगा ताकि राहुल को कम डिस्टेंस ट्रेवल करना पड़े। लेकिन अगर साउथ दिल्ली में कोई बुकिंग नहीं है तो एल्गोरिदम नियरेस्ट लोकेशन से राहुल को मैच कर देगा जहां एसी क्लीनिंग का रिक्वेस्ट होगा और मैच करने के पहले एल्गोरििदम राहुल का ट्रैवल ट्रेन भी कैलकुलेट करेगा। लेट्स से राहुल को नए लोकेशन पर जाने में 20 मिनट लगेंगे। तो.
एल्गोरििदम राहुल को 10:30 वाले स्लॉट से मैच कर देगा ताकि कस्टमर्स को अपने सिलेक्टेड टाइम पर सर्विस मिल सके। और ऐसे ही एल्गोरिदम अजय को भी मैच कर देगा सर्विस रिक्वायरमेंट के अकॉर्डिंग। यहां एल्गोरिदम का काम है कि पार्टनर्स को मैक्सिमम ऑर्डर्स मिले और डिमांड सप्लाई भी बैलेंस रहे। मैचिंग एल्गोरिदम की वजह से अर्बन कंपनी डिमांड और सप्लाई को अच्छे.
से मैनेज कर पाती है और एक अच्छा कस्टमर एक्सपीरियंस दे पाती है। और अच्छा एक्सपीरियंस देने की वजह से यूज़र्स में एक नेटवर्क इफेक्ट क्रिएट होता है। जैसे कि मान लो किसी कस्टमर ने एसी सर्विस बुक किया और कस्टमर को अर्बन कंपनी की सर्विस अच्छी लगी। तो अब कस्टमर्स अर्बन कंपनी की बाकी सर्विस भी ट्राई करेगा जिससे कस्टमर का लाइफ टाइम वैल्यू बढ़ जाएगा और.
कस्टमर्स अपने दोस्तों को भी बताएंगे अर्बन कंपनी के बारे में इससे अर्बन कंपनी के नंबर ऑफ यूज़र्स बढ़ेंगे उस पर्टिकुलर एरिया में और एक एरिया में अगर डिमांड बढ़ेगी तो जैसा कि अभी आपने देखा मैचिंग एल्गोरिदम में अब एल्गोरिदम प्रोफेशनल्स को एक एरिया में ही जॉब से मैच करेगी जिससे प्रोफेशनल्स को कम ट्रैवल करना पड़ेगा और उनकी एफिशिएंसी बढ़ बढ़ जाएगी.
और ज्यादा बुकिंग्स मिलेंगे तो अर्बन कंपनी अपनी रेट भी कम कर सकती है। इट्स सिमिलर टू इकोनमी ऑफ स्केल और इस वजह से प्रोफेशनल्स की अर्निंग भी बढ़ेगी क्योंकि जो प्रोफेशन पहले पेट्रोल में स्पेंड कर रहा था एक जगह से दूसरी जगह ट्रैवल करने में अब इस प्रोफेशनल का ट्रेवल डिस्टेंस कम हो जाएगा और इस वजह से प्रोफेशनल्स की अलर्टिंग भी बढ़ेगी क्योंकि जो प्रोफेशनल.
पहले पेट्रोल में स्पेंड कर रहे थे एक जगह से दूसरी जगह ट्रेवल करने में अब मैचिंग एल्गोरििदम उनके नियरेस्ट जॉब से उनको मैच कर देगा तो इससे पेट्रोल का एक्सपेंस कम हो जाएगा और उन्हें एक पर्टिकुलर एरिया में ही ज्यादा बुकिंग्स मिलने लगेगी जिससे उनकी अर्निंग भी बढ़ जाएगी और इस वजह से वो एक अच्छा एक्सपीरियंस दे पाएंगे कस्टमर्स को। सर्विस प्रोफेशनल्स अर्बन.
कंपनी के फ्रंटाइन वर्कर्स है और अगर सर्विस प्रोफेशनल्स को अच्छा एक्सपीरियंस नहीं मिलेगा तो इसका डायरेक्ट इंपैक्ट अर्बन कंपनी के कस्टमर्स पर होगा। तो सर्विस प्रोफेशनल्स के लिए अर्बन कंपनी ने इंश्योर किया कि कोई भी प्रोफेशनल लिविंग वेज अर्न कर सके अर्बन कंपनी पर काम करके। लिविंग रेंज मतलब टू टाइम्स मिनिमम रेंज किसी भी सिटी की। इस वजह से सर्विस.
प्रोफेशनली ग्रोथ होने लगी। जो प्रोफेशनल पहले 101,000 कमा रहे थे। अर्बन कंपनी पर रजिस्टर करके अब वही प्रोफेशनल 25 से 300 कमाने लगे और अर्बन कंपनी के आने की वजह से मिडिलमैन हट गए जो कि प्रोफेशनल्स का मैक्सिमम अर्निंग ले लेते थे और अर्बन कंपनी ने पार्टनर्स के लिए इंश्योरेंस इंट्रोड्यूस किया जिससे पार्टनर्स के लिए एक सेफ्टी नेट क्रिएट हो सके और ट्रेनिंग.
प्रोग्राम स्टार्ट किया पार्टनर्स के लिए फ्रीक्वेंट इंटरवल्स पर जिससे अगर कोई पार्टनर लेवल वन पर अर्बन कंपनी जॉइ कर रहा है तो वो ट्रेनिंग करके लेवल टू पर जा सके फिर लेवल थ्री और ऐसे ही ताकि पार्टनर्स की स्किल ग्रोथ हो और 2022 में अर्बन कंपनी ने पार्टनर्स स्टॉक ऑप्शन इंट्रोड्यूस किया था जिससे सर्विस पार्टनर्स अर्बन कंपनी में शेयर होल्डर्स.
बन सकते हैं और इससे उनका भी वेल्थ क्रिएशन हो सकता है। रिसेंटली अर्बन कंपनी ने अपना पहला प्रोडक्ट ल्च किया है वाटर प्यूरीिफायर। अब आप सोच रहे होंगे कि एक सर्विस कंपनी प्रोडक्ट कैसे ल्च कर रही है? तो देखो अर्बन कंपनी के पास एक ऐसा डिस्ट्रीब्यूशन है जो बड़े-बड़े कंपनीज के पास नहीं है। अर्बन कंपनी के प्रोफेशनल्स घर जाते हैं डायरेक्ट कस्टमर से इंटरेक्ट.
करते हैं। तो इस इंटरेक्शन में प्रोफेशनल्स पिच कर सकते हैं अर्बन कंपनी के प्रोडक्ट्स को। जैसे कि मान लो कोई प्रोफेशनल गया है कस्टमर के घर वाटर प्यूरीिफायर ठीक करने। तो वहां प्रोफेशनल पिच कर सकता है अर्बन कंपनी के आरओ को। लोग अर्बन कंपनियों को ट्रस्ट तो करते ही है। इससे कन्वर्जन का चांसेस ज्यादा है कि कस्टमर्स आरओ परचेस कर लेंगे या इन फ्यूचर.
अर्बन कंपनी कोई भी प्रोडक्ट ल्च करती है तो अपने प्रोफेशनल्स के अकॉर्डिंग वो अपने प्रोडक्ट का पिच करवा सकती है कस्टमर्स के सामने। अर्बन कंपनी ने ऐसा डिस्ट्रीब्यूशन क्रिएट कर लिया है कि नाउ दे कैन एक्सपेंड इनू मेकिंग प्रोडक्ट्स फॉर कस्टमर्स। और अर्बन कंपनी ने रिसेंटली 1900 करोड़ का आईपीओ अप्लाई किया है। एक स्टार्टअप जो कि तीन लोगों ने स्टार्ट किया था। अब यह.
कंपनी पब्लिक होने जा रही है। इस वीडियो के लिए इतना ही। अगर यह वीडियो पसंद आई तो लाइक कर देना ताकि यह वीडियो और लोगों तक पहुंचे और सब्सक्राइब करना मत भूलना। मिलते हैं फिर नेक्स्ट वीडियो