एक ऐसी कंपनी जो u और ै बड़ी कंपनीज को पीछे छोड़ चुकी है जहां u और ै कंपनीज आज लॉसेस पर स्ट्रगल कर रही है वही यह कंपनी अपने प्रॉफिट्स के पीक पर है दिस इज नन अदर देन रैपिडो रैपिडो ने ऐसी मार्केट में अपनी जगह बनाई जो पहले से ही काफी कंपटिंग था जिसमें 10 साल पुराने र एंड ला जैसे बड़े प्लेयर्स डोमिनेट कर रहे थे फिर भी इसने अपना एक अलग स्पेस क्रिएट करा और.

सक्सेस की नई कहानी लिखी इसके फाउंडर्स तो आईआईटीएस थे पर फिर भी 75 वीसीज ने इसको रिजेक्ट कर दिया था फिर भी उन्होंने हारने नहीं मानी और खड़ी कर दी 1.1 बिलियन डॉलर की कंपनी आज जानेंगे कैसी एक नई कंपनी ने इतने पुराने प्लेयर्स को पछाड़ दिया और वो कौन स ऐसी एक एडवाइस थी जिसने इस कंपनी का फ्यूचर ही बदल डाला रैपिडो ने ऐसा क्या किया जो कि u एंड ओला जैसे बड़े प्लेयर्स.

नहीं कर पाए जो मार्केट 10 साल से किसी और के कंट्रोल में थी रैपिडो ने उस मार्केट में अपनी गेम कैसे बना डाली लेकिन इसके बाद भी रैपिडो आज भी कौन सी गलतियां कर रहा है तो चलिए वीडियो शुरू करते हैं 2015 तक मार्केट में सिर्फ कार टैक्सी ही अवेलेबल थी जो कि हैवी ट्रैक में फंसी रहती थी और पैसेंजर्स को अपने डेस्टिनेशन को पहुंचने तक काफी टाइम लगता था दूसरी.

तरफ इंडिया में 75 पर से ज्यादा रजिस्टर्ड टू व्हीलर व्हीकल्स थे जो ना सिर्फ फास्ट और अफोर्डेबल हो सकते हैं पर ट्रैफिक को इजली बीट कर सकते हैं और ये छोटी गलियों में भी बिना रुकावट के चल सकते हैं यही एक बड़ी अपॉर्चुनिटी थी जिसे रैपिडो के फाउंडर्स ने पहचान लिया उन्होंने देखा कि इंडिया के पास कोई भी बजट फ्रेंडली और फास्ट ट्रेवल करने का ऑप्शन ही नहीं है.

इसी गैप को फिल करने के लिए रड का सफर 2015 में शुरू हुआ जहां ओ और u सिर्फ कार टैक्सीस प्रोवाइड कर रहे थे वहीं रैपिडो बाइक टैक्सीस लेकर आया जो कि एक नया और रेवोल्यूशन कांसेप्ट था पहले रैपिडो सिर्फ टियर वन सिटीज में ऑपरेट कर रहा था और सीधा u एंड ओला जैसे बड़े प्लेयर्स को ठक्कर दे रहा था और साथ ही साथ इन्हें बीट भी कर रहा था लेकिन यह सब करना इतना आसान.

नहीं था फाउंडर्स को पता था कि u एओ के पास ऑलरेडी एक स्ट्रांग मार्केट होल्ड है और उनके पास फंडिंग की भी कोई कमी नहीं है इसी के चलते रैपिडो ने अपने ऑपरेशंस और एक्सपेंशन के लिए इन्वेस्टर से फंडिंग लेना शुरू करा फाउंडर्स के आईआईटीएस होने के बाद भी उनको 75 वीसी से रिजेक्शन फेस करना पड़ा फिर बाद में वो एंजल इन्वेस्टर्स की तरफ चले गए तब जाके उनको.

कुछ इन्वेस्टर्स मिले उनमें थे shadi.com के फाउंडर अनुपम मित्तल अनअकैडमी के फाउंडर गौरव मुंजाल और वहां पर ला एंड u की राइड्स काफी महंगी थी लेकिन बाइक टैक्सीस वहां पर बहुत इफेक्टिव थी तो बस फिर क्या रैपिड ने 2017 में अपना एक्सपेंशन किया जहां पे उनको बहुत सक्सेस मिलने लगा जो उनके नंबर्स में भी साथ ही दिखाई दे रहा था 2016 में रैपिड सिर्फ 500.

राइट्स पर डे ही कर रहा था बट जब 2017 में टियर टू और टियर थ सिटीज में एक्सपेंशन शुरू करा तो ये नंबर 3500 तक पहुंच गया फिर 2018 में 30000 और 2020 में तो ये नंबर 5 लाख तक चला गया गया रैपिडो के नंबर्स ऐसे बढे जैसे इंडिया में पेट्रोल के दाम यह सब इसलिए हुआ क्योंकि इंडिया में ल एंड u की एवरेज प्राइस राइड की ₹10 से.

₹2500000 सर्विस ने बाइक राइडिंग सर्विस से ज्यादा का प्रॉफिट करा कंपनी उस टाइम पर बहुत ही अच्छा परफॉर्म कर रही थी जहां पर ओल एंड u स्ट्रगल कर रहे थे जहां पर उनके पर डे राइड्स एंड रेवेन्यू कम हो रहे थे वहीं पर रैपिडो अपने रेवेन्यू और राइड्स दोनों बढ़ा रहा था आप सुनकर शॉक हो जाओगे कि रैपिडो ओला एंड u से आगे है राइड्स के नंबर में जहां ओ पर डे 13 लाख.

राइड्स कर रहा है वहीं पर रैपिडो पर डे 16.5 लाख राइड्स कर रहा है रपट अब बस u से पीछे है जो कि डेली 19.3 लाख राइड्स कर रहा है वहीं अगर मंथली एक्टिव यूजर को कंपेयर करें तो rapido.com मॉडल है इसमें हर राइडर को कंपनी को हर मंथ एक फिक्स्ड अमाउंट पे करना पड़ता है एज अ सब्सक्रिप्शन पर डे जो कि 99 से पिडो राइडर को कस्टमर से राइड खत्म होने.

से उनको ऑटोमेटिक पैसा उसी टाइम मिल जाता है वहीं अगर हम u का मॉडल देखें तो अपने ड्राइवर्स को वीकली और मंथली बेसिस पर पैसा देते हैं वो भी अपना कमीशन काटने के बाद जो कि एक बहुत ही बड़ी दिक्कत है उनके ड्राइवर्स के लिए रैपिडो की 80 पर टीम सिर्फ उनके ड्राइवर्स की ही प्रॉब्लम सॉल्व करती है और सिर्फ 20 पर टीम ही कस्टमर सपोर्ट पर काम करती है यह सिखाता.

है कि रड ने अपने कंपीटीटर से सीखा और वो गलती नहीं करी जो कि उनके कंपीटीटर्स कर रहे हैं रैपिडो ने सब इतने ने अच्छे से स्ट्रेटजिकली और कॉम्पिटेटिवली करा कि u एंड ओला तो उनको कॉपी ही करने लग गए पहले तो वो जीरो कमीशन वाला मॉडल और साथ ही साथ u ने बाइक टैक्सीस तक चालू कर दी अब जानते हैं कि रैपिडो को किन-किन चीजों को लेकर दिक्कतें आ रही थी सबसे बड़ा चैलेंज था कि.

कोई फीमेल किसी अनजान आदमी के साथ बाइक पर नहीं बैठेगी इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए रैपिडो ने पिंक बाइक स्टार्ट करी जो कि सिर्फ फीमेल पैसेंजर्स को ले जाती थी एंड इसकी बेस्ट बात इसको फीमेल ड्राइवर्स ही चलाती थी जिससे रैपिडो ने इस फीमेल वाली प्रॉब्लम को भी सॉल्व कर दिया था जो कि एक ब्रिलियंट आईडिया था इसी आईडिया से दूसरे प्लेटफॉर्म्स को ट्राई करने वाली.

फीमेल्स भी रैपिडो पर शिफ्ट हो गई रैपिडो ने एक और छोटी सी लेकिन इंपॉर्टेंट प्रॉब्लम नोटिस करी उनके ड्राइवर्स को जिनको वो कैप्टंस बुलाते थे उनको लंबी राइड्स की वजह से पसीने और बदबू में चलाने में दिक्कत होती थी ये सिर्फ उनके लिए नहीं पर कस्टमर एक्सपीरियंस के लिए भी चैलेंज बन सकता था इसलिए रैपिडो ने अपने राइडर से पर्सनली बात करनी शुरू करी उनकी.

समस्या को समझा और एक सिंपल बट इंपैक्टफुल सलूशन निकाल डाला उन्हें ड्राइवर्स को सेल्फ केयर और हाइजीन इंपॉर्टेंट करने की नीड समझाई और परफ्यूम डेंट यूज़ करने की भी सलाह दी ताकि सफर सिर्फ कंफर्टेबल ही नहीं पर फ्रेश भी लगे यह देखकर इंप्रेस होना तो बनता है कि रैपिडो ने सिर्फ बड़े बिजनेस पर ध्यान नहीं दिया बल्कि एक छोटी सी पर एक जरूरी बात पर भी नोटिस करा जो कि.

कस्टमर एक्सपीरियंस को डायरेक्टली इंपैक्ट करती थी उनका ये अटेंशन टू डिटेल और कैप्टंस के वेल बीइंग को इं शोन करना एक इंपॉर्टेंट मैसेज दिखाता है कि वो सिर्फ एक कंपनी नहीं पर एक थॉटफुल ब्रांड भी है जो कि हर छोटी सी छोटी चीज को भी सीरियसली लेता है और इन्हीं सब रीजंस के चलते रैपिडो आज राइड हीलिंग मार्केट में अपनी जगह और पक्की कर रहा है.

Id-dopbnk बड़ी दिक्कतें हैं जो इनको आगे चलकर परेशान कर सकती हैं नंबर वन सेफ्टी कंसर्न्स जितनी तेज रैपिडो बढ़ रहा है उतनी ही तेज सेफ्टी कंसर्न सामने आ रहे हैं एक शॉकिंग वीडियो वायरल हुआ जहां पे बाइक ड्राइवर बाइक चलाते हुए साथ-साथ youtube0 गलती नहीं है पर एक बड़ी समस्या है जो कि सेफ्टी से जुड़ी हुई है अगर कंपनी इस तरह के इश्यूज को सीरियसली नहीं.

लेगी तो यह कंपनी के ब्रांड को डैमेज कर सकता है और कस्टमर्स का ट्रस्ट कम हो सकता है नंबर टू लीनियंट ऑन बोर्डिंग प्रोसेस रपट के ड्राइवर्स को यर करने का प्रोसेस बहुत ही आसान है इसमें कभी-कभी ड्राइवर्स को विदाउट प्रॉपर लाइसेंस भी ऑन बोर्ड करा जाता है और यह काम बहुत ही जल्द हो जाता है बिना प्रॉपर बैकग्राउंड चेक करे हुए नंबर थ्री रेवेन्यू मॉडल जैसा मैंने आपको.

पहले बताया कि रैपिड 0 पर कमीशन मॉडल पर ऑपरेट करता है जिससे इनके प्रॉफिट्स बहुत ही कम होते हैं और यही प्रॉब्लम इनका लॉन्ग जर्नी में सस्टेन करना डिफिकल्ट कर देगी इनको कोई और दूसरा सोर्स ढूंढना पड़ेगा अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए अब देखना बहुत ही इंटरेस्टिंग होगा कि रैपिडो इन चैलेंज को कैसे सॉल्व करता है मार्केट को कैसे डोमिनेट करता है तो दोस्तों यह थी.

रैपिडो की कहानी जो कि एक इंपॉसिबल से लगने वाली मार्केट में एंटर हुई बड़े प्लेयर से टक्कर ली और अपनी जगह बनाई रैपिडो ने सही वक्त पर सही अपॉर्चुनिटी को आइडेंटिफिकेशन के लिए बहुत ही बेनिफिशियल है लेकिन जैसे हर बिजनेस में चैलेंज होते हैं वहां पर रैपिडो के सामने ही हर्डल्स आए सेफ्टी कंसर्न्स लीनियंट ऑन बोर्डिंग प्रोसेस और.

रेवेन्यू मॉडल जैसे बड़े इश्यूज अगर ये इशू सॉल्व नहीं किए गए तो फ्यूचर में प्रॉब्लम क्रिएट कर सकते हैं क्या रैपिडो इन चैलेंज को पार करके अपना डोमिनेंस बना पाएगा क्या ये u जैसे ब्रेडी ब्रांड्स को पीछे छोड़ पाएगा या वही रीजंस इनके ग्रोथ को रोक देंगे आपको क्या लगता है कि रैपिडो क्या अपनी इस सक्सेस को सस्टेन कर पाएगा या फिर ये भी ओल एंड ऊबर की तरह एक.

स्ट्रगल फेज में चला जाएगा अपने थॉट्स कमेंट्स में जरूर शेयर करें अगर आपको यह केस स्टडी अच्छी लगी तो ये वीडियो को लाइक करें और चैनल को सब्सक्राइब कर लें ऐसे और इंटरेस्टिंग केस स्टडीज के लिए मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए कीप लर्निंग एंड कीप ग्रोइंग

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